भारत में टेबल टेनिस सर्वप्रथम कब खेला गया?

टेबल टेनिस के खेल का भारत में एक लंबा और समृद्ध इतिहास रहा है। इसकी लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। 1880 के दशक में ब्रिटिश सेना और नागरिक अधिकारियों द्वारा खेल को भारत में लाया गया था।

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Simply so, टेबल टेनिस बॉल का वेट कितना होता है?

सैल्यूलाइड की गोल सफेद गेंद, जिसकी परिधि 41/2 से 4 3/4 इंच के बीच और जिसका भार 2.40 से 2.53 ग्राम के बीच हो, खेल के लिए चुनी जाती है।

Keeping this in consideration, टेबल टेनिस में गेम प्वाइंट कब होता है? टेबल टेनिस में विजेता कैसे बनता है ? टेबल टेनिस के नियमों के अनुसार, एक खिलाड़ी टेबल टेनिस का खेल 11 अंक हासिल करते हुए जीत सकता है – हर उल्लंघन के लिए एक अंक दिया जाता है। हर खिलाड़ी को लगातार दो बार सर्विस मिलती है। जो भी पहले 11 अंक प्राप्त कर लेता है उसे विजेता घोषित किया जाता है।

Then, टेबल टेनिस को हिंदी में क्या बोलते हैं?

पिंगपोंग (noun): He is playing table tennis.

पिंग पोंग खेल का आधुनिक नाम क्या है?

ऐतिहासिक अध्ययन से पता चलता है कि यह खेल लगभग नौवीं शताब्दी के आस-पास इंग्लैंड में शुरू हुआ. शुरुआत में इस खेल की लोकप्रियता यूरोप के कुछ देशो तक सीमित थी उस तब इसे टेबल टेनिस नहीं बल्कि पिंगपोंग नाम से जाना जाता था. इसे टेबल टेनिस नाम सन् 1922 में दिया गया है.

लॉन टेनिस को ओलंपिक में कब शामिल किया गया?

टेनिस ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों के 1896 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक से ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों का हिस्सा था, लेकिन 1924 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के बाद अंतर्राष्ट्रीय लॉन टेनिस फेडरेशन और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के बीच विवादों के कारण हटा दिया गया था, जिससे शौकिया खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा करने की इजाजत दे दी गई थी।

टेनिस और टेबल टेनिस में क्या अंतर है?

टेनिस का रैकेट जालीदार होता है जो तारों से बुना हुआ होता है वहीँ टेबल टेनिस का रैकेट सपाट लकड़ी का बना होता है जिसपर रबर का एक कवर चढ़ा होता है।

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